रोटी यूँ ही नहीं फूलती थी गुब्बारे सी रोटी यूँ ही नहीं फूलती थी गुब्बारे सी
यूँ ही नहीं बदलते मतलब कुछ बातों के लोग नया अफसाना बना लेते हैं l यूँ ही नहीं बदलते मतलब कुछ बातों के लोग नया अफसाना बना लेते हैं l
मन की सोंधी मिट्टी पर जब इश्क़ की बूंदे गिरती हैं तो सतरंगी ख़यालों के बीज फूटते हैं, जिसको मैं "सुनो ... मन की सोंधी मिट्टी पर जब इश्क़ की बूंदे गिरती हैं तो सतरंगी ख़यालों के बीज फूटते ह...
तुम्हारी नोटबुक में चकित विस्मित दरीचों की ओट से पढ़ता तुम्हारा लिखा विस्फारित नेत्रों से ... तुम्हारी नोटबुक में चकित विस्मित दरीचों की ओट से पढ़ता तुम्हारा लिखा व...
जीवन की धुन पर कठोर पलो में भी मुस्कुरा दे जीवन की धुन पर कठोर पलो में भी मुस्कुरा दे
क्या पता था क्या पता था